छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के चिल्फी थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (ASI) शेषनाथ चौबे की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनकी मौत कैसे हुई? ये अभी भी जांच का विषय है। इस खबर से पुलिस विभाग में शोक का माहौल है। फिलहाल, मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।
मंगलवार को जिले में VIP हलचल के लिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एएसआई शेषनाथ चौबे की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन तय समय पर जब वे ड्यूटी स्थल पर नहीं पहुंचे, तो एक आरक्षक उन्हें बुलाने उनके कमरे तक गया। दरवाजा खटखटाने और आवाज देने के बाद भी अंदर से कोई जवाब नहीं आया।
कमरे में मृत अवस्था में मिला ASI
आरक्षक ने जब दरवाजा खोलकर अंदर देखा, तो एएसआई शेषनाथ चौबे बिस्तर पर लेटे हुए और अचेत अवस्था में पाए गए। जब उन्हें छूकर देखा गया तो उनका शरीर पूरी तरह ठंडा था। यह देख स्टाफ ने तुरंत अन्य अधिकारियों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे कर्मचारियों ने भी कोई शारीरिक हरकत न मिलने पर उनकी मौत की पुष्टि की।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। डीएसपी कृष्णा चंद्राकर ने बताया कि मामले में परिजनों को सूचित कर दिया गया है और पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही असली कारणों का पता चलेगा।
लंबे समय से सेवा में थे एएसआई चौबे
जानकारी के अनुसार, शेषनाथ चौबे ने वर्ष 1992 में जिला राजनांदगांव से आरक्षक के रूप में पुलिस सेवा की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने 33 साल लंबे करियर में विभाग के कई स्थानों पर सेवा दी। 28 अप्रैल 2025 से वे चिल्फी थाना में पदस्थ थे और ईमानदारी से अपने दायित्व निभा रहे थे।
पुलिस विभाग में शोक की लहर
एक अनुशासित और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में जाने जाने वाले शेषनाथ चौबे की अचानक मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। उनके साथी कर्मचारियों ने बताया कि वे अपने काम को लेकर हमेशा गंभीर रहते थे। पुलिस विभाग और उनके साथियों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।