Anti Naxal Operation: नक्सलियों के गढ़ अबूझमाड़ के ईदवाया में सुरक्षाबलों ने बनाया कैंप, खूंखारों को जान के पड़े लाले

Naxal Operation: नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के प्रमुख अड्डे डलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम और ईदवाया में कैम्प खोल दी है. इसके साथ ही “माड़ बचाओ” अभियान के तहत एक साल में अबूझमाड़ में अब तक 10 पुलिस कैम्प स्थापित किए जा चुके हैं.

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Anti Naxal Operation News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की ओर से नकेल कसने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी कड़ी में सोमवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर पुलिस (Narayanpur Police) ने माओवादियों का प्रमुख ठिकाना माने जाने वाले ईटवाया में नया सुरक्षा और जन सुविधा कैम्प स्थापित कर दिया है. “माड़ बचाओ” अभियान के तहत एक साल में अबूझमाड़ में अब तक 10 पुलिस कैम्प स्थापित किए जा चुके हैं.

दरअसल, नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के आश्रयस्थल कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम और ईदवाया में कैम्प खोली है. नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी की 38वीं वाहिनी ने संयुक्त रूप से ईदवाया कैम्प स्थापित किया है. यहां कैम्प स्थापित करते के साथ ही सड़क पुल-पुलिया निर्माण सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को अंदरूनी गांव तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है.

विकास को मिलेगी गति

इसी कड़ी में थाना ओरछा के ग्राम ईदवाया क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों और ओरछा -एडजूम-ईदवाया-आदेर मार्ग तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने और विकास कार्यो में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फॉईटर और आईटीबीपी 29वीं, 38वीं, 44वीं, 45वीं वाहिनी की ओर से घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र माओवादियों के प्रमुख ठिकाने ईदवाया गांव में कैम्प स्थापित किया गया है. ईदवाया गांव ओरछा ब्लॉक, ओरछा तहसील व थाना ओरछा क्षेत्र में स्थित है. यह नया कैम्प ईदवाया थाना ओरछा से 12 किलोमीटर और एडजूम से 5.5 किलोमीटर दक्षिण दिशा में स्थित है.

अफसरों से लोगों ने सुनाई अपनी परेशानी

कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक नारायणपुर रॉबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) ने अन्य अधिकारियों के साथ ग्राम ईदवाया, दुलूर, भटबेड़ा, बड़े तोडबेडा, आदेर, मरकाबेड़ा और ओरछामेटा एवं आसपास गांव से आये ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ पुलिस कैम्प की मांग की, जिसे जल्द पूर्ण कराए जाने का आश्वासन दिया गया. साथ ही ‘‘नियद नेल्लानार'' के अंतर्गत ‘‘जन समस्या निवारण शिविर'' का आयोजन कराये जाने के संबंध में बताया गया. जिला मुख्यालय नारायणपुर से बेड़माकेाटी तक जल्द ही बस सुविधा प्रारंभ की जाएगी.

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लोगों ने कैंप खुलने पर जताई खुशी

इस दौरान ग्रामीणों ने नक्सलियों की ओर से मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया. लोगों ने इस बात के लिए खुशी जाहिर की कि पुलिस कैम्प खुलने से अब भयमुक्त जीवन जी सकेंगे. आसपास के नक्सल समर्थक ग्रामीण स्वयं को सुरक्षित महसुस कर माड़ क्षेत्र में कैम्प स्थापना के प्रभाव से आत्मसमर्पण हेतु नारायणपुर पुलिस के पास पहुंच रहे है.

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कैंप से ये होगा फायदा

ईदवाया में नवीन कैम्प स्थापित होने से आसपास क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा. अब क्षेत्र में सुरक्षा के निगरानी में सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं को आम जनता तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा. इससे सुरक्षाबलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पहुंच और निगरानी, स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजाद दिलाने में मदद मिलेगी. यह कदम नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए कारगर रहेगा. नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मूलन में तेजी आई है, जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 192 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किए और सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों में 99 माओवादी को मार गिराने व 117 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित हुई.

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