MP CG By Poll Analysis: मध्य प्रदेश की दो सीटों और छत्तीसगढ़ की एक सीट पर मतदान संपन्न हो गया है. छत्तीसगढ़ की रायपुर सिटी साउथ विधानसभा सीट (Raipur South assembly seat) पर उपचुनाव में शाम 5 बजे तक 50.50 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं मध्य प्रदेश विजयपुर (Vijaypur assembly seat) में 77.85 प्रतिशत और बुधनी (Budhni assembly seat) में 77.32 प्रतिशत वोटिंग हुई है. मतदान खत्म होने के बाद लोगों को 23 नवंबर का इंतजार है, लेकिन वोटिंग प्रतिशत को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. दरअसल, राजनीतिक जानकार इसका अपने-अपने हिसाब से मतलब निकाल रहे हैं. आइए, समझने की कोशिश करते हैं आखिर, बुधनी और विजयपुर में बंपर वोटिंग और रायपुर दक्षिण में कम मतदान के क्या मायने हैं?
बुधनी, विजयपुर और रायपुर दक्षिण में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के करीबी रमाकांत भार्गव बुधनी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व राज्य मंत्री राजकुमार पटेल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. श्योपुर जिले के विजयपुर निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के रामनिवास रावत का मुकाबला कांग्रेस के आदिवासी नेता मुकेश मल्होत्रा से है. रायपुर दक्षिण की बात करें तो यहां भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार सोनी के सामने कांग्रेस ने आकाश शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है.
आमतौर पर माना जाता है कि जब एंटी इनकंबेंसी होती है तब मतदान का प्रतिशत अधिक होता है जबकि कम वोटिंग मतदाताओं की उदासीनता या ‘कोई बदलाव नहीं' की ओर इशारा करता है. हालांकि अब बदलते मतदान व्यवहार में इसे पूरी तरह सटीक भी नहीं माना जा सकता.
बुधनी और विजयपुर में पहले भी हुआ था रिकॉर्ड मतदान
बुधनी और विजयपुर दोनों सीटों पर बंपर वोटिंग कोई नई बात नहीं है. विधानसभा चुनाव 2023 में दोनों सीटों पर जमकर मतदान हुआ था. बुधनी विधानसभा सीट पर तब 86.80 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी. इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के विक्रम मस्ताल मैदान में थे. वहीं विजयपुर विधानसभा सीट पर 2023 के चुनाव में 81.49 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. ऐसे में जीत का ऊंट किस करवट बैठेगा यह देखना दिलचस्प होगा.
रायपुर ने चौंकाया...
रायपुर दक्षिण सीट बीजेपी के गढ़ के रूप में मशहूर है. रायपुर से मौजूदा सांसद बृजमोहन अग्रवाल इस सीट का आठ बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. रायपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद भाजपा विधायक और पूर्व राज्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. इस बार बीजेपी के लिए भी इस सीट तो बचाना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. ऐसे में रायपुर दक्षिण उप चुनाव में महज 50.50 प्रतिशत मतदान ने सबको चौंका कर रख दिया है. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां 60.2 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. लगभग 10 प्रतिशत मतदान कम होने से दोनों राजनीतिक दल के प्रत्याशी के समीकरण बदल सकते हैं.
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