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मध्यप्रदेश की गौरांशी शर्मा: ना बोल पाती हैं, ना सुन पाती हैं, पर सोना जीतती है
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मध्यप्रदेश की गौरांशी शर्मा ना बोल पाती हैं, ना सुन पाती हैं, लेकिन बैंडमिंटन कोर्ट पर अपनी कामयाबी के चलते उन्होंने कई मुकाम हासिल किए हैं.
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राजस्थान के कोटा रामगंजमंडी में जन्मीं 14 साल की गौरांशी शर्मा मध्य प्रदेश राज्य बैडमिंटन अकादमी ग्वालियर की खिलाड़ी हैं.
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गौरांशी शर्मा एक चैंपियन बैडमिंटन शटलर हैं और उन्होंने 2021 में ब्राजील में डेफलिंपियाड में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया था.
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गौरांशी शर्मा ने हाल ही में आयोजित हुई छठी विश्व बधिर सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था.
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ब्राजील में आयोजित 6वीं वर्ल्ड यूथ डेफ बैडमिंटन चैंपियनशिप में मध्य प्रदेश की गौरांशी शर्मा ने टीम इंडिया के साथ गोल्ड जीता था.
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गौरांशी ने लंबे समय तक भोपाल में बैडमिंटन की बारीकियां सीखी हैं. इस दौरान उन्होंने जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के लेवल पर कई मेडल जीते हैं.
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गौरांशी काफी छोटी उम्र से ही बैडमिनट की प्रैक्टिस कर रही हैं. उन्होंने सात साल की उम्र में ही इस स्पोर्ट्स को चुना था.
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गौरांशी की तरह ही उसके माता-पिता भी बोल और सुन नहीं पाते है, लेकिन अपनी बच्ची को बैंडमिंटन खेलता देख दोनों बेहत खुश होते है.
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