Kohinoor हीरा का नाम किसने कोहिनूर रखा, जानिए इसका मतलब
Image Credit:NDTV
Content Credit:Priya Sharma
Image Credit:NDTV
कोहिनूर कभी प्राचीन भारत की शान था.
Image Credit:NDTV
ये बेशकीमती हीरा कभी भारत के पास था, लेकिन अब इंग्लैंड के कब्जे में है.
Image Credit:NDTV
इस कोहिनूर का अपना इतिहास है और इसका सफर भी काफी लंबा रहा है.
Image Credit:NDTV
इंग्लैंड तक पहुंचने से पहले यह कई राजाओं- बाबर, शाहजहां, मोहम्मद शाह रंगीला, महाराजा रणजीत सिंह आदि... के पास रहा
Image Credit:NDTV
ये सबसे पहले काकतीय राजवंश के महाराजा प्रताप रुद्र के पास था.
Image Credit:NDTV
लेकिन दक्षिण भारत के विजय के बाद यह हीरा अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति मलिक कफूर के पास गया और फिर खिलजी को भेंट कर दिया गया.
Image Credit:NDTV
बाद में ये बेशकीमती हीरा मुगलों तक पहुंचा और शाहजहां ने इसे मयूर सिंहासन में जड़वाया था.
Image Credit:NDTV
जब तक ये मुगलों और भारतीय शासकों के पास रहा, तब इसका नाम कोहिनूर नहीं था. हालांकि उस समय इसका नाम क्या था, इसका जिक्र नहीं मिलता.
Image Credit:NDTV
ऐसे में यहां जानते हैं कि किसने इस बेशकीमती हीरा को 'कोहिनूर' नाम रखा और इसका अर्थ यानी मतलब क्या होता है?
Image Credit:NDTV
1739 में नादिरशाह ने मुगल सम्राट मुहम्मद शाह के शासनकाल में भारत पर आक्रमण किया.
Image Credit:NDTV
इस दौरान उसने आगरा और दिल्ली में लूटपाट की और वो बेशकीमती हीरा और मयूर सिंहासन को भी साथ ले गया.
Image Credit:NDTV
जिसके बाद नादिरशाह ने इस बेशकीमती हीरा को कोहिनूर नाम दिया.
Image Credit:NDTV
जिसका अर्थ होता है- 'प्रकाश का पर्वत' यानी 'रोशनी का पर्वत'... 'Mountain of Light'
Image Credit:NDTV
बाद में ये हीरा सिख सम्राट महाराजा रणजीत सिंह के पास गया.
Image Credit:NDTV
अंत में कोहिनूर हीरा अंग्रजों के हाथ आया और अभी भी ये इंग्लैंड के पास ही है.
Image Credit:NDTV
और कहानियाँ देखें
कौन हैं देवेश प्रसाद साहू? सेल्फ स्टडी कर CGPSC Result में हासिल की 1ST रैंक, तीसरे प्रयास में बनेंगे डिप्टी कलेक्टर
Click Here