(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
सिंधिया राजघराने की पहली पसंद, मेहमानों के लिए शादी में चली थी स्पेशल ट्रेन...
ऐसा रहा 'माधवी राजे' की जिंदगी का सफर
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया की नहीं रहीं.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
15 मई की सुबह माधवी राजे सिंधिया दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
माधवी राजे सिंधिया नेपाल के एक राजघराने से ताल्लुक रखती हैं.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
सिंधिया राजघराने की बहू और माधवराव की पत्नी बनने से पहले माधवी का नाम किरण राज लक्ष्मी था.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
माधवी के दादा शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री थे.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
60 के दशक में सिंधिया परिवार में माधवी के परिवार यानी नेपाल राजघराने से शादी का प्रस्ताव आया था.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
सिंधिया राजघराने ने जब नेपाल की राजकुमारी की तस्वीर देखीं तो उन्हें पहली नजर में पसंद आ गई थीं.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
माधवराव सिंधिया और माधवी राजे की शादी दिल्ली में हुई थीं.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
सिंधिया की बारात में बड़ी संख्या में ग्वालियर से मेहमान आए थे.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
मेहमान को आने के लिए ग्वालियर से दिल्ली के बीच स्पेशल ट्रेन चलवाई गई थी.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
ग्वालियर के तत्कालीन महाराज माधव राव सिंधिया और माधवी राजे की शादी दिल्ली में 8 मई, 1966 को हुई थी.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
वह जब ग्वालियर राजघराने की बहू बनकर आईं तो परंपरा के अनुसार उनको नया नाम मिला.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
वह जब ग्वालियर राजघराने की बहू बनकर आईं तो परंपरा के अनुसार उनको नया नाम मिला.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
परंपरा निभाने के बाद किरण राज, माधवी राजे सिंधिया हो गई.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
पति माधवराव सिंधिया के निधन से पहले माधवी राजे सिंधिया महारानी थीं.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
2001 में पति के निधन के बाद माधवी राजे को राजमाता के नाम से संबोधित किया जाने लगा.
(फोटो-एनडीटीवी- देव श्रीमाली, कंटेंट- प्रिया शर्मा)
निधन से पहले माधवी राजे सिंधिया ग्वालियर राजघराने की सबसे सीनियर सदस्य थीं.
और देखें
IPL 2024: विराट का इमोशन, दिनेश कार्तिक का लंबा छक्का, रनों का अंबार... SRH से कैसे हारी RCB?
Click Here