भारत के सबसे पुराने अभयारण्यों में शामिल है कान्हा टाइगर रिज़र्व, जिसे 1879 में आरक्षित वन और 1955 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया.
कान्हा नेशनल पार्क करीब 2074.32 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और दो भागों में बंटा हुआ है.
यहां हिरण की 43, सांपों की 26, पक्षियों की 350 और तितलियों की 150 प्रजातियां पाई जाती हैं.
यहां पौधों की करीब 850 प्रजातियां हैं, जिनमें 20 दुर्लभ पौधे शामिल हैं.
कान्हा नेशनल पार्क में 118 बाघ और 146 तेंदुए मौजूद हैं. यह देश का सबसे बड़ा टाइगर रिज़र्व है.